जीवन जीने की सही कला जानने एवं वैचारिक क्रान्ति और आध्यात्मिक उत्थान के लिए
वेद मर्मज्ञ आचार्य डॉ. संजय देव के ओजस्वी प्रवचन सुनकर लाभान्वित हों।
गाय का घी विष नाशक है
Ved Katha Pravachan - 69 (Explanation of Vedas & Dharma) वेद कथा - प्रवचन एवं व्याख्यान Ved Gyan Katha Divya Pravachan & Vedas explained (Introduction to the Vedas, Explanation of Vedas & Vaidik Mantras in Hindi) by Acharya Dr. Sanjay Dev
आचार्यश्री डॉ. संजयदेव के प्रवचनों एवं कार्यक्रमों का आयोजन आचार्यश्री डॉ. संजयदेव के द्वारा समस्त भारत में वेदकथा, ओजस्वी एवं क्रान्तिकारी राष्ट्रीय विषयों पर वैदिक प्रवचन, श्रीराम कथा, उपनिषद कथा, गीता कथा तथा आध्यात्मिक-पारिवारिक प्रवचन एवं वैदिक प्रबन्धन, व्यक्तित्व विकास, वैदिक पर्यावरण विषयक व्याख्यानों के लिये दिव्ययुग कार्यालय से सम्पर्क किया जा सकता है। आचार्यश्री ने विधिवत चारों वेदों का गहन अध्ययन करने के पश्चात 'यजुर्वेद में पर्यावरण' विषय में डॉक्टर ऑफ फिलासफी की उपाधि प्राप्त की। तत्पश्यात इन्हें विभिन्न शासकीय एवं अशासकीय कॉलेजों से प्रध्यापक पद के प्रस्ताव मिले, परन्तु राष्ट्र की वर्तमान स्थिति की पीड़ा और वैदिक संस्कृति के प्रसार की उत्कंठा के कारण इन प्रस्तावों को उन्होंने अस्वीकार कर दिया। आचार्यश्री का मत है कि प्रध्यापक का पद प्रप्त कर वे सपरिवार सुख-सुविधाओं का भोग तो कर सकते थे, किन्तु राष्ट्र और समाज के ऋणों से मुक्त नहीं हो सकते थे। निज संस्कृति के प्रति आचार्यश्री की इसी पीड़ा ने जन्म दिया 'दिव्य मानव मिशन' को। मिशन के माध्यम से आचार्य संजयदेव जी अपने लक्ष्य की ओर सतत अग्रसर हैं। मिशन द्वारा वर्तमान में भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत मासिक पत्रिका 'दिव्ययुग' का अप्रैल 2002 से प्रकाशन किया जाता है। राष्ट्रवादी और वैदिक विचारों की प्रबल पक्षधर 'दिव्ययुग' पत्रिका राष्ट्र विरोधी तत्वों और सांस्कृतिक प्रदूषण के विरुद्ध आघात करने में किंचित मात्र भी नहीं चूकती। इस पत्रिका को हिन्दी भाषी राज्यों के अतिरिक्त सुदूर दक्षिण से लेकर पूर्वोतर के राज्यों में भी अच्छा प्रचार मिल रहा है।'दिव्ययुग' व्यक्ति पूजा से परे पूर्णत: राष्ट्रीय विचारों एवं वैदिक संस्कृति को समर्पित है। प्राणी मात्र के कल्याण की कामना केवल वैदिक संस्कृति में ही निहित है, परन्तु पाश्चात्य संस्कृति के अंधानुकरण के कारण 'सर्वे भवन्तु सुखिन:' की परम्परा शनै:-शनै: लुप्त होती जा रही है। अपसंस्कृति रूपी विष का एकमात्र उपचार वेदामृत है। राष्ट्र की वर्तमान राजनीतिक एवं सामाजिक परिस्थितियों से व्यथित आचार्यश्री डॉ.संजयदेव जी ने वैदिक संस्कृति के प्रचार-प्रसार का महान संकल्प लिया है। राष्ट्रीय प्रशासनिक मुख्यालय
दिव्य मानव मिशन ट्रस्ट
दिव्ययुग परिसर, 90, बैंक कॉलोनी, अन्नपूर्णा रोड
इन्दौर (मध्य प्रदेश) 452009
फोन : 0731-2489383, 9302101186
Acharya Dr. Sanjay Dev is a renowned Vedic Scholar, vedic trainer and lecturer who has profound knowledge in Vedas, Ved katha, Hindu Sanskar and Vedic Pravachan. He founded Divya Manav Mission Charitable Trust for the serving the society at large. He believes that Veda is the answer for every misery. His Vision is to bring back the Glory to Vedas and distribute the benefits to the hindu society. He has profound knowledge in Vedas, Upanishads, Puranas, Ramayana, Shrimad Bhagavad Gita, Mahabharat, Vedic Philosophy, Yoga, Vedic Yajnas, Vedic Management etc. If you are looking for audio video dvd or Vedic Magazines for vedas in Ghatanji, you may contact us.
Divyayug Patrika
Subscribe the Divyayug Monthly Hindi magazine for Vedas and Vedic knowledge throught provoking articles on self awareness, social ethical awaiking and spritual development in simple and lucid language. Contact us to subscribe this magazine at your place in Ghatanji.
भारतीय संस्कृति के गौरवशाली स्वरूप के ज्ञान के लिए तथा बच्चों व युवकों में मातृ-पितृ-देशभक्ति के भाव भरने के लिये एवं सरल भाषा में वेदज्ञान, वैदिक प्रबन्धन, स्वास्थ्य, बाल-वाटिका, युवा-मंच व क्रान्तिकारी समसामयिक राष्ट्रीय विषयों से युक्त और सनातन वैदिक संस्कृति एवं हिन्दुत्व-जागरण को समर्पित तथा सत्य सनातन धर्म का प्रबल प्रहरी एवं मानव मात्र को उसके कर्त्तव्यों के प्रति सचेत करते हुए मानव अधिकार संरक्षण हेतु सतत प्रयत्नशील व मानव निर्माण के उदात्त विचारों से ओतप्रोत पारिवारिक-सामाजिक-नैतिक-राष्ट्रीय चेतना के सर्वांगीण मासिक पत्र 'दिव्ययुग' के सदस्य बनकर राष्ट्रनिर्माण कार्य में सहभागी बनें । अपना सदस्यता शुल्क 'दिव्ययुग' के नाम से देय डिमाण्ड ड्राफ्ट या मनीआर्डर द्वारा प्रेषित करें। दिव्ययुग कार्यालय, 90 बैंक कालोनी, अन्नपूर्णा मार्ग * दिव्ययुग पत्रिका ही नहीं, एक अभियान भी है । यदि यह अभियान आपको प्रिय है, तो इस पुण्य कार्य में अपना सहयोग दीजिए । यह एक महायज्ञ है । अपने मित्रों और परिजनों में से दिव्ययुग का कम से कम एक सदस्य बनाकर इस पुनीत यज्ञ में अपनी आहुति देकर पुण्य के भागी बनिये । स्वयं पढकर दूसरों को पढने हेतु भी अवश्य दीजिए । वेदज्ञान का राष्ट्रीय मासिक पत्र 'दिव्ययुग'
इन्दौर-452009 (म.प्र.) मोबाईल- 9302101186
* यह अभियान है भारत राष्ट्र के जागरण का ।
* यह अभियान है सामाजिक समता भाव के स्फुरण का ।
* यह अभियान है भारतीय संस्कृति के तर्कसंगत पृष्ठपोषण का ।
* यह अभियान है जन - जन तक वेद का पवित्र सन्देश पहुँचाने का ।
* यह अभियान है सत्य सनातन वैदिक भारतीय संस्कृति के जागरण का ।
* यह अभियान है वैदिक हिन्दू धर्म के विश्वबन्धुत्वमय स्वरूप को दर्शाने का ।
* यह अभियान है मानवमात्र को अपने कर्त्तव्य एवं अधिकारों के प्रति सजग करने का ।
Search Terms :
Ghatanji - Explanation of Vedas in Hindi Ghatanji, Vedic Motivational Speaker & Life Coach in Ghatanji, Vedic Scholar Acharya Dr. Sanjay Dev in Ghatanji, Vaidik Hindu Rashtra Katha in Ghatanji, Ved - Upanishads - Ramayan - Mahabharat - Puran - Gita - Bhagwat Gyan - Katha - Pravachan in Safipur - Utraula - Bharatganj - Fatehganj Pashchimi - Kadipur Uttar Pradesh - Churu, Way of Success Life & Positive Thoughts by Powerfull Vedic Mantras, Peaceful Gayatri Mantra, Vedic Way of Happiness in Life, Vedas Explanation in Hindi Ghatanji, Hindi Explanation of Vedas in Ghatanji, buy vedas online Ghatanji, buy vedas dvd Ghatanji, buy vedas in hindi Ghatanji, buy vedas audio Ghatanji, vedas dvd Ghatanji, vedas dvd price Ghatanji, vedas dvd download Ghatanji, listen ved puran Ghatanji, listen vedas in hindi Ghatanji, listen vedas online Ghatanji, vedas in hindi, information on vedic literature Ghatanji, early vedic literature Ghatanji, history of vedic literature Ghatanji, ved katha hindi Ghatanji.
Buy hindu vedas Ghatanji, buy audio cd vedas Ghatanji, ved gyan hindi Ghatanji, ved gyan in hindi Ghatanji, vedic satsang Ghatanji, ved gyan dvd Ghatanji, vedic knowledge Ghatanji, vedic religious cds in Ghatanji, hindi masik patrika Ghatanji, buy ved gyan dvd Ghatanji, ved katha dvd Ghatanji, vedic patrika Ghatanji, hindi dharmik magazine Ghatanji, vedic religious hindi magazines in Ghatanji.
Indian religious magazines in Ghatanji, buy hindu religious books Ghatanji, buy hindu religious magazines Ghatanji, buy hindu religious magazines in Ghatanji, hindu dharmik sanstha Ghatanji, hindu dharma granth Ghatanji, online hindi magazine shopping Ghatanji, online hindi magazine subscription Ghatanji, online hindi magazines in Ghatanji, online hindi magazines read free Ghatanji, Ved Upanishad Puran Gita Bhagwat katha in Ghatanji, Ram katha in Ghatanji.
Hinduism in Ghatanji, Hindu Sanskar in Ghatanji, Divyayug Nirman Trust Ghatanji, Divya Manav Mission Trust Ghatanji, Ved Mantra Gyan in Ghatanji, Mantras, Gayatri Mantra in Ghatanji, Mahamrityunjaya Mantra Jaap in Ghatanji, Ved Mandir in Ghatanji, Divyayug Magazine in Ghatanji, Divya Yug Magazine in Ghatanji, news magazine in Ghatanji, social magazines in Ghatanji, religious magazines in Ghatanji, vedic science magazine in Ghatanji.
Lifestyle magazine in Ghatanji, vedic books in Ghatanji, Monthly hindi magazine in Ghatanji, Human Rights and Duty in Vedas, Human Rights Ghatanji, Manav Adhikar Ghatanji, Magazines For Youth Ghatanji, magazines for current affairs Ghatanji, Youth Issues Magazines & Journals Online Ghatanji, management magazines in Ghatanji, vedic management magazine in Ghatanji, Bhagavad Gita management magazine in Ghatanji, Management Thoughts.
Vedas management magazine in Ghatanji, Vedic Life management magazine Ghatanji, spiritual magazines in hindi Ghatanji, Hindu Spiritual Magazines Ghatanji, hindi spiritual thoughts magazines Ghatanji, hindu spiritual websites in Ghatanji, Vedic Study in Ghatanji, Katha Satsang Pravachan Bhajan in Ghatanji, manav adhikar, मानव अधिकार
भटके हुए गुरुओं का मार्गदर्शन मत पन्थों के चलाने वालों ने अपने स्वार्थ व प्रयोजन को सिद्ध करने के लिये असत्य का सहारा लिया तथा जनसाधारण के प्रयोजन को सर्वथा नकार दिया। ऐसे मिथ्यावादी लोग अपने अनुयायियों को इतना पंगु बना देते हैं कि बिना गुरु के वे एक पग भी नहीं चल सकते। दूसरा कमाल उन्होंने यह किया है कि उनके रहते ईश्वर की कोई जरूरत...